गुलदाउदी: सर्दियों में रंग-बिरंगी कमाई का सुनहरा मौका!

क्या आप जानते हैं कि सर्दियों में रंगीन फूलों की खेती करके आप अपनी आय बढ़ा सकते हैं? जी हाँ, गुलदाउदी एक ऐसा फूल है जिसकी बाज़ार में हमेशा मांग बनी रहती है। पूजा-पाठ से लेकर सजावट तक, हर जगह इसकी आवश्यकता होती है। तो चलिए, जानते हैं कि कैसे आप इस फूल की खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

मिट्टी कैसे तैयार करें?

गुलदाउदी की खेती के लिए 8 से 16 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे उपयुक्त माना जाता है। वैसे तो इसे किसी भी प्रकार की मिट्टी में उगाया जा सकता है, लेकिन यदि आप अधिक फूल प्राप्त करना चाहते हैं तो अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उत्तम रहेगी। पौधे के विकास के लिए धूप वाली खुली जगह उपयुक्त होती है, और मिट्टी का pH मान 6.5 के आसपास होना चाहिए।

गुलदाउदी की खास किस्में:

गुलदाउदी की कई किस्में उपलब्ध हैं, जिनमें से कुछ एक वर्ष तक चलती हैं और कुछ कई वर्षों तक।

  • एक वर्षीय किस्में: इनमें सफेद, पीली और बहुरंगी फूल शामिल हैं, जिन्हें बीज द्वारा उगाया जाता है।
  • बहुवर्षीय किस्में: वसंतिका, मीरा, शारदा, कुंदन, बीरबल साहनी, और कई अन्य किस्में हैं! इन्हें कलम या भूमिगत तनों द्वारा लगाया जाता है।

कैसे करें पौधों की रोपाई और देखभाल?

पौधों को लगाते समय उचित दूरी रखना आवश्यक है। छोटे फूलों वाली किस्मों के लिए 25 से 30 सेमी और बड़े फूलों वाली किस्मों के लिए 50 सेमी की दूरी रखें। समय-समय पर खरपतवार निकालते रहें। पहली निराई-गुड़ाई रोपाई के एक महीने बाद करें। खरपतवारों से छुटकारा पाने के लिए आप खरपतवारनाशी का भी उपयोग कर सकते हैं।

रोगों और कीटों से कैसे बचाएं?

गुलदाउदी को रोगों और कीटों से बचाना अत्यंत आवश्यक है।

  • जड़ सड़न: इसके नियंत्रण के लिए थीरम या कैप्टॉन के घोल से मिट्टी को उपचारित करें।
  • पत्तियों पर धब्बे: संक्रमित पत्तियों को हटा दें और कॉपर ऑक्सीक्लोराइड का छिड़काव करें।
  • उकठा रोग (विल्ट): डायथेन एम-45 को मिट्टी में मिलाएं।

कीटों से बचाव के लिए:

  • सनफ्लावर लेस विंग बग: मोनोक्रोटोफॉस या मिथाइल डिमेटान का छिड़काव करें।
  • मूलग्रंथि सूत्रकृमि: कार्बोफ्यूरॉन 3जी का प्रयोग करें।
  • एफिड्स (माहू): मोनोक्रोटोफॉस या मिथाइल डिमेटान का छिड़काव करें।

कब और कैसे करें फूलों की तुड़ाई?

जब फूल पूरी तरह से खिल जाएं, तो उन्हें तोड़ लें। इससे नए फूल जल्दी आएंगे। कटे हुए फूलों को अधिक समय तक ताज़ा रखने के लिए उन्हें पानी में रखें और गुच्छों को प्लास्टिक की शीट से ढक दें।

कितनी होगी कमाई?

एक हेक्टेयर में 100 से 150 क्विंटल तक फूल प्राप्त हो सकते हैं। बाजार में गुलदाउदी का मूल्य 150 से 400 रुपये प्रति किलोग्राम तक होता है। इसलिए, यदि आप एक हेक्टेयर में इसकी खेती करते हैं, तो अच्छी कमाई कर सकते हैं!

तो देर किस बात की? इस सर्दी, गुलदाउदी की खेती से अपने सपनों को साकार करें!

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